विरासत: अपराजिता को मिले उन खतों में ऐसा क्या लिखा था
कलहपूर्ण घरेलू माहौल और बिन बुलाई त्रासदियों के बीच अपराजिता को कभी जीवन की खुशियों व उमंग से दोचार होने का मौका ही न मिला. फिर एक दिन अचानक मिले कुछ खतों ने उस की जीवन काया ही पलट दी. क्या लिखा था उन खतों में और किस ने भेजे थे ये खत.