लेखिका- दीप्ति गुप्ता
हर मौसम का अपना मजा है, लेकिन हर मौसम अपने साथ कई बीमारियां भी लेकर आता है. वसंत ऋतु की शुरूआत के साथ एलर्जी की समस्या भी शुरू हो जाती है. वैसे तो ठंड के मौसम में सर्दी, जुकाम , फ्लू जैसी समस्या होना आम है, लेकिन इन दिनों में लोग एलर्जी की शिकायत भी करते हैं. हालांकि लोग फ्लू और एलर्जी के बीच अंतर नहीं कर पाते, ऐसे में तकलीफ बढ़ जाती है. इसलिए एलर्जी के संकेतों और इसकी रोकथाम के तरीकों से जागरूक रहना बेहद जरूरी हैं. वैसे सर्दी और एलर्जी के बीच सबसे बड़ा अंतर अवधि का है. जुकाम आमतौर पर 10 दिनों तक रहता है, जबकि एलर्जी हफ्तों या महीनों तक जारी रह सकती है. सर्दियों में एलर्जी एक नहीं बल्कि कई तरह की होती है. तो आइए आपकी मदद के लिए हम यहां आपको बताते हैं विंटर एलर्जी क्या और कितने तरह की होती है.
सर्दियों में होने वाली सामान्य एलर्जी-
धूल और प्रदूषक-
सर्दियों के मौसम में ताप की जरूरतों के कारण ऊर्जा की खपत बहुत ज्यादा होती है, जो हवा में विषाक्त पदार्थ छोड़ती है. सर्दियों के मौसम में हवा शुष्क होती है और गर्मी के मौसम में हवा की तुलना में इसमें ज्यादा प्रदूषण होता है. हवा में मौजूद धूल और अन्य प्रदूषक लोगों में एलर्जी का कारण बन सकते हैं.
मोल्ड-
अंधेरा, ठंडा और नम वातावरण मोल्ड के लिए एक अच्छा प्रजनन स्थल है. यह लोगों में एलर्जी पैदा करने वाले सबसे आम कारकों में से एक है, जो सर्दी के मौसम में बढ़ जाता है.