25 साल से गुजरात के अहमदाबाद में रह रही गुजराती अभिनेत्री दीक्षा जोशी को पहली सफलता गुजराती फिल्म ‘करसनदास पे एंड यूज़’ और दूसरी फिल्म ‘शर्तो लाग से मिली. हालाँकि उन्होंने कभी भी फिल्मों में एक्टिंग करने के बारें में सोचा नहीं था, लेकिन थिएटर में काम करना पसंद करती थी. दीक्षा ने बचपन से माँ रश्मि जोशी को सितार बजाते हुए देखा है और खुद भी डांस और गाना गाती थी. दीक्षा की अभिनय क्षमता बहुत है, कही पर किसी भी किरदार को निभाने से वह डरती नहीं, उनमें एक आत्मविश्वास है, जो उन्हें बचपन से अभिनय करने की वजह से मिला है. हंसमुख और मृदुभाषीदीक्षा ने हिंदी फिल्म जयेशभाई जोरदार में रणवीर सिंह की बहन प्रीति की भूमिका निभाई है, जिसमे बड़े कलाकारों के साथकाम करने और बहुत कुछ नजदीक से जानने का मौका मिला. फिल्म रिलीज हो चुकी है. दर्शक उनके अभिनय को काफी पसंद कर रहे है. व्यस्त दिनचर्या के बीच उन्होंने गृहशोभा के लिए बात की,क्योंकि उन्हें इस पत्रिका में मेकअप वाला पार्ट पढना बहुत पसंद है. नेल आर्ट के बारें में मैंने पहली बार इस मैगजीन में पढ़ा था. आइये जानते है, दीक्षा से जुडी बातें, उनकी जुबानी
सवाल – फिल्मों में आने की प्रेरणा कैसे मिली? परिवार की प्रतिक्रिया क्या थी?
जवाब –मेरी पूरी फॅमिली में कोई भी फिल्म इंडस्ट्री से नहीं है. मेरी माँ सितार बजाती है. उन्हें पता था कि मैं भी किसी न किसी तरह से आर्ट में ही जाउंगी, फिर चाहे वह परफोर्मिंग आर्ट हो या क्रिएटिव फील्ड. मैं डांस और गाना दोनों ही करती थी, मेरी माँ मुझे हर प्रतियोगिता में भेजती थी. मेरी माँ का पूरा ध्यान मुझपर था. शुरू में वह मेरे साथ जाती थी, पर फिल्में शुरू होने पर उन्होंने मेरे साथ जाना छोड़ दिया.