उपहार तब बेहद खास बन जाता है, जब वह देने वाले के साथ ही लेने वाले को भी पसंद आ जाए. भले ही आपने उपहार चुनने में कितना ही समय लगाया हो लेकिन लेने वाले को वह पसंद नहीं आया तो आपको भी संतुष्टि नहीं मिल पाएगी.
'जर्नल ऑफ एक्सेपेरिमेंटल साइकोलॉजी' में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, बेहद सोच-समझ कर दिया गया उपहार भी लेने वाले का पसंदीदा निकले यह कोई जरूरी नहीं. इस अन्य शोध के अनुसार, उपहार के पीछे की सोच उतनी मायने नहीं रखती, जितना खुद उपहार.
दीपावली का मौका है और ऐसे में आप ये बिल्कुल भी नहीं चाहेंगे कि इतनी मेहनत, समय और पैसा खर्च करके आप कोई उपहार खरीदें और वह लेने वाले को पसंद भी न आए. पर एक ओर जहां लोगों की पसंद में व्यापक बदलाव आया है वहीं गिफ्टिंग भी स्मार्ट हो गई है. अगर आप उपहार देने को लेकर अब भी दुविधा में हैं तो इसका बेहतरीन समाधान है, गिफ्ट कार्ड. ये प्री-पेड कार्ड होते हैं, जो डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.
आप अगर उपहार में गिफ्ट कार्ड देते हैं तो लेने वाला इसके जरिए अपने मन मुताबिक किसी भी पसंदीदा चीज की खरीदारी कर सकता है. गिफ्ट कार्ड के कई फायदे हैं. स्टोर वाउचर्स की तुलना में ये ज्यादा फायदेमंद होते हैं.
वाउचर को केवल एक बार में ही इस्तेमाल करना जरूरी होता है, जिसमें आपको पूरी राशि खर्च करनी होती है, लेकिन अगर आप गिफ्ट कार्ड उपहार में देते हैं तो इससे मनचाही चीज तो खरीदी जा ही सकती है. साथ ही इसे एक बार में इस्तेमाल न करके चाहें तो कई बार में इस्तेमाल किया जा सकता है. पर ध्यान रखें कि अधिकांश गिफ्ट कार्ड की अवधि एक साल की होती है.