सोने के उपभोग के मामले में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है. यहां पर सिर्फ महिलाएं ही नहीं पुरुष भी सोने को पहनना पसंद करते हैं. शादी विवाह के मौकों पर महिलाएं अपने आभूषणों को बड़े चाव से पहनती हैं, लेकिन साथ ही साथ उन्हें इसके चोरी होने का डर भी सताता रहता है.
इस डर को दूर करने के लिए महिलाएं अपनी ज्लैवरी को लौकर में रखना पसंद करती हैं. इस तरह से महिलाएं एक तरफ तो अपनी ज्वैलरी को सेफ कर लेती हैं लेकिन दूसरी तरफ उन्हें किन्ही मौकों पर अपने शौक से महरूम भी होना पड़ जाता है. आपको बता दें कि आप लौकर में रखने के अलावा भी एक तरीके से अपने सोन-चांदी की ज्वैलरी को सेफ रख सकती हैं.
क्या है दूसरा तरीका
लौकर में रखने के बजाए आप ज्वैलरी इंश्योरेंस कवर पौलिसी लेकर भी अपनी ज्वैलरी को सेफ कर सकती हैं. तमाम कंपनियां इस तरह के औफर की पेशकश करती हैं. हम अपनी इस खबर में आपको बताएंगे कि आप कैसे ज्वैलरी इंश्योरेंस पौलिसी ले सकती हैं और यह कैसे आपके लिए फायदेमंद है.
कितने तरीकों से ले सकती हैं ज्वैलरी पौलिसी
आपकी ज्वैलरी की सुरक्षा के लिए इंश्योरेंस कंपनियां आमतौर पर दो प्रकार की पौलिसी औफर करती हैं. एक स्टैंडलोन ज्वैलरी पौलिसी, जो केवल ज्वैलरी का सुरक्षा कवर देती हैं. दूसरी होम इंश्योरेंस पौलिसी, जो कि पूरे घर को चोरी या दुर्घटना से कवर देती है. इन दोनों ही विकल्पों में से ग्राहक अपनी जरूरत के अनुसार पौलिसी का चयन कर सकते हैं.
ध्यान रखें ये बातें