फीफा वर्ल्ड कप 15 जून से शुरू हो चुका है. यह खेल निवेश के लिहाज से भी कई रणनीतियों के बारे में बताता है. फुटबौल आपको निवेश करने के कई अहम गुण सिखा सकता है. यह बताने की जरूरत नहीं कि यहां टीम हर मैच के लिए अलग रणनीति बनाती है और टूर्नामेंट में खिताबी कब्जा करने के लिए अपनी विशेष रणनीति पर काम करती है.
फीफा वर्ल्ड कप 2018 हमें खेल के साथ ही कई निवेश मंत्र सिखाता है. यह खबर आपको इन्हीं विशेष रणनीति के बारे में बताएगी.
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फुटबौल टीम प्रतिस्पर्धी टीम के बारे में स्टडी कर रणनीति तैयार करने पर जोर देता है. निवेश के दौरान भी आपको निवेश पर असर डालने वाली क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खबरों की जानकारी होनी चाहिए. इसी तरह आपको भी नियमित रूप से निवेश से पहले पूरी तरह से रिसर्च करनी चाहिए. बाजार की अस्थिरता में कभी भी हड़बड़ाना नहीं चाहिए.
एसेट क्लास का करें सही मिश्रण
जिस तरह संतुलित टीम सफलता हासिल करती है, उसी तरह आपके पास संतुलित पोर्टफोलियो होना चाहिए ताकि आप अधिकतम रिटर्न प्राप्त कर सकें. इस तरह से डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश के बावजूद आपको इक्विटी में निवेश और संतुलित पोर्टफोलियो बनाना चाहिए. एक वित्तीय सलाहाकार आपको एसेट का सही मिश्रण बता सकता है, जो आपकी निवेश राशि को बढ़ावा देगा. इससे आप अपना गोल समय अनुसार प्राप्त कर लेंगे.
रणनीति की करें समीक्षा
फुटबौल में खराब या सुस्त प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को बीच खेल से बाहर कर दिया जाता है फिर चाहे वह कितना ही सम्मानित क्यों न हो. इससे यह पता चलता है कि कब और कैसे रिव्यू करना चाहिए. समय-समय पर अपनी निवेश रणनीति की समीक्षा भी करनी चाहिए. कहने का मतलब यह है कि अगर आपको कोई निवेश मनमुताबिक और रणनीति के अनुसार रिटर्न नहीं दे पा रहा है, तो उसकी समीक्षा कर नए निवेश में पैसा लगाना चाहिए.