ओमेगा 3 फैटी ऐसिड, फाइबर, प्रोटीन, ऐंटीऔक्सिडैंट और कैल्सियम से भरपूर चिया सीड्स का वैज्ञानिक नाम ‘साल्विया हिस्पैनिका’ है. इसी की खेती सब से पहले मैक्सिको में की गई थी. अक्सर चिया सीड्स और तुलसी के बीजों को ले कर लोगों में उलझन दिखाई देती है, क्योंकि दोनों काफी हद तक एक जैसे दिखाई देते हैं. लेकिन हैं ये दोनों पूरी तरह अलगअलग और इन के गुण भी अलगअलग हैं. चिया सीड्स का स्वाद हलका और काफी हद तक अखरोट जैसा होता है, जिस कारण इन्हें खाद्य पदार्थों और पेयपदार्थों में मिलाना आसान हो जाता है.
हाल ही में एक अध्ययन द्वारा पता चला है कि चिया के बीजों के काफी लाभ हैं. मसलन वजन कम करने में सहायक है. 1 गिलास पानी में 2 चम्मच कच्चे या साबूत चिया सीड्स को फूलने से पहले ही मिला कर पीएं. ये तृप्ति को बढ़ाते हैं जिस से वजन धीरेधीरे कम होने लगता है.
हृदय रोगी के लिए लाभदायक: चिया सीड्स में मानव शरीर में जमा ऐक्स्ट्रा वसा या सूजन को कम करने की क्षमता होती है. इन का सेवन कोलैस्ट्रौल को नियंत्रित करता है जिस से निम्न रक्तचाप या लो ब्लडप्रैशर के मरीज को बहुत फायदा होता है.
शुगर पर नियंत्रण: ‘नैशनल इंस्टिट्यूट औफ हैल्थ’ के अनुसार चिया बीज की उच्च फाइबर सामग्री और फैट के कारण प्राकृतिक रूप से रक्त शर्करा नियंत्रित होती है. चिया सीड्स रक्त में अत्यधिक वसा और इंसुलिन प्रतिरोध जैसे विकारों को रोकने में मदद करते हैं, जो मधमुह के विशेष कारक होते हैं. यानी चिया सीड्स मधुमेह को रोकने में सक्षम होते हैं.