रीना देखने में बहुत सुंदर थी. लंबा कद, छरहरा बदन, बोलती आंखें और लंबे व काले बाल देख कर कोई भी उस की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाता था. एमबीए करने के बाद जब वह अपनी पहली नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जा रही थी तो किसी को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि वह सफल नहीं होगी. रीना भी यह मान रही थी कि वह आज सफल हो कर ही लौटेगी. इंटरव्यू के दौरान जब रीना से सवाल किए गए तो वह उन का सही तरह से जवाब भी दे रही थी.
इंटरव्यू के दौरान ही रीना की मुलाकात दीपा से हुई. वह भी देखने में रीना जैसी ही थी पर पता नहीं क्यों रीना को बारबार यह लग रहा था कि रीना की जगह दीपा को ही इंटरव्यू में चुना जाएगा. रीना का अंदाज सही निकला. इंटरव्यू के बाद दीपा को ही कंपनी सैक्रेटरी के लिए चुना गया.
रीना के करीबी लोगों को जब इस बात का पता चला तो उन का कहना था कि इंटरव्यू के दौरान दीपा का पक्ष ले लिया गया होगा. इस के जवाब में रीना ने कहा कि ऐसी बात नहीं है. दीपा में आत्मविश्वास साफतौर पर झलक रहा था जबकि मैं उस का मुकाबला नहीं कर पा रही थी. मुझे उसी समय लग गया था कि दीपा बाजी मार ले जाएगी.
रीना ने इस के बाद कैरियर कांउसलर और इमेज सीकर्स कंपनी की दिशा संधू से मुलाकात की और अपनी पूरी बात बताई. दिशा संधू ने रीना को बताया कि उस की पर्सनैलिटी तो बहुत अच्छी है, बस इस को थोड़ी सी ग्रूमिंग की जरूरत है.