प्रोफैसर सावंत जहां प्रेम को ले कर उधेड़बुन में खोए रहे वहीं उन की छात्रा सपना उन्हें प्रेम की नई परिभाषा सिखा गई. आखिर सही कौन था, परंपराएं या निश्छल प्रेम?