बिजी लाइफस्टाइल में अक्सर हम बाहर का खाना खाते है, जो सेहत के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं होता. वहीं अगर आप गरमियों में भी ज्यादा बाहर का खाना खाते हैं तो ये आपकी हेल्थ के साथ खिलवाड़ हो सकता है.  तेज गरमी में ज्यादातर खाना खराब हो जाता है या खराब होने की आशंका बनी रहती है. जिसके कारण आप फूड पौइजनिंग का शिकार हो जाते हैं. इसीलिए आज हम आपको फूड पौइजनिंग से बचे रहने और अगर फूड पौइजनिंग हो जाएं तो उसका घर पर कैसे इलाज करें यह बताएंगे.

1. फूड पौइजनिंग में नींबू का करें इस्तेमाल

नींबू में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण मौजूद होते हैं. जिसका इस्तेमाल पानी के साथ करें तो बौडी में मौजूद फूड पौइजनिंग वाले बैक्टीरिया मर जाते हैं. आप खाली पेट नींबू-पानी बनाकर पी सकते हैं या चाहें तो गर्म पानी में नींबू निचोड़ें और पी जाएं.

2. सेब के सिरके का इस्तेमाल करना होगा फायदेमंद

-सेब के सिरके में मेटाबालिज्म रेट को बढ़ाने वाले तत्व होते हैं. खाली पेट इसका सेवन करने पर यह भी खराब बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं.

3. फूड पौइजनिंग से बचाएगी तुलसी

तुलसी में मौजूद रोगाणुरोधी गुण सूक्ष्म जीवों से लड़ते हैं. तुलसी का सेवन आप कई तरीकों से कर सकते हैं. एक कटोरी दही में तुलसी की पत्तियां, कालीमिर्च और थोड़ा सा नमक डालकर खा सकते हैं. पानी व चाय में भी तुलसी की पत्तियां डालकर पी सकते हैं.

4. फूड पौइजनिंग के लिए दही है एंटीबायोटिक

दही एक प्रकार का एंटीबायोटिक है, जिसमें थोड़ा सा काला नमक डालकर इसे खा सकते हैं.

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