पूरे वर्ल्ड में हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है, जिससे ज्यादातर लोगों की अचानक मौत हो जाती है. इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी एलार्मिंग फैक्टर बहुत कम होती है. दरअसल इसमें रक्त की धमनियों में खून के प्रवाह को बनाए रखने के लिए दिल को नौर्मल से ज्यादा काम करना पड़ता है, जिससे दिल कमजोर पड़ने लगता है. हाइपरटेंशन को अगर सामान्य न बनाया जाए, तो कार्डियक अरेस्ट,स्ट्रोक, किडनी फैल्योर और कई बिमारियां होने का खतरा रहता है. इस बारे में डौ.भूटानी क्लीनिक के डौक्टर अमिश भूटानी कहते है कि आज की बदलते लाइफस्टाइल की वजह से इस तरह के रोगों की संख्या ज्यादा है, जिसमें खान-पान और आराम लोगों को नहीं मिल पाता. लोग पूरे समय काम पर बिजी रहते है. वर्ल्ड हेल्थ और्गनाइजेशन ने एक रिपोर्ट में बताया है कि प्रोसेस्ड फूड बाजार में आने से खाने में नमक की मात्रा में बढ़त होने की वजह से इस बीमारी में वृद्धि हुई है.
नार्मल ब्लड प्रेशर 120/80 एमएम औफ मरक्युरी होता है, इससे अधिक होने पर हाइपरटेंशन होने का चांस रहता है. नार्मल रेंज से अधिक होने पर तुरंत डौक्टर की सलाह लें, क्योंकि इसकी वजह आपकी स्ट्रेस, मोटापा, अधिक मात्रा में नमक खाने में लेना, नशे की लत का होना, धूम्रपान आदि हो सकता है. इसे कम करने के कुछ आसान टिप्स ये हैं...
- वौक करना है जरूरी
ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए टहलना सबसे अच्छा विकल्प है, रोज टहलने और वर्कआउट करने से ह्रदय का खून पंप करने की शक्ति बढती है, 90 से 150 मिनट की एरोबिक से भी अच्छा फल मिलता है.