बरसात का मौसम एक ओर जहां अपने साथ नई ताजगी लेकर आता है वहीं दूसरी ओर ढ़ेर सारी बीमारियां भी. ये मौसम मच्छरों के प्रजनन का होता है.
आप लाख दरवाजे और खिड़कियां बंद कर लीजिए लेकिन डेंगू, मलेरिया और जीका जैसी जानलेवा बीमारियों को फैलाने वाले ये मच्छर कहीं न कहीं से घर में घुस ही जाते हैं. इस मच्छरों को भगाने के लिए हम हर महीने सैकड़ों रुपए के कौयल और लिक्विड वेपराइजर खरीदते हैं. लेकिन फायदा कुछ नहीं होता.
न तो मच्छर भागते हैं और न ही मरते हैं. वे कमरे में ही किसी कोने में छिप जाते हैं. उसके बाद जैसे ही कौयल खत्म होता है, वे कोने से बाहर निकल आते हैं और अपने नुकीले एंटीना चुभाना शुरू कर देते हैं.
एक ओर जहां ये केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट काफी महंगे होते हैं वहीं ये बहुत प्रभावी भी नहीं होते. साथ ही इनसे निकलने वाले धुंए का बुरा असर हमारी सेहत पर भी पड़ता है. लेकिन आप चाहें तो घरेलू और नेचुरल तरीके से भी मच्छरों से राहत पा सकते हैं.
नीम और लैवेंडर का तेल
नीम का तेल तो मच्छरों से छुटकारा पाने का रामबाण उपाय है. विशेषज्ञों की मानें तो नीम का तेल किसी भी कौयल और वेपराइजर की तुलना में दस गुना ज्यादा इफेक्टिव होता है. नीम के तेल में एंटी-फंगल, एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है. आप चाहें तो नीम के तेल को लैवेंडर औयल के साथ मिलाकर भी लगा सकती हैं.
जौन्सन बेबी क्रीम
अगर आपको ये पढ़कर हंसी आ रही है तो आपको बता दें कि ये कोई मजाक नहीं है. जौन्सन बेबी क्रीम लगाकर आप मच्छरों से राहत पा सकती हैं.