पति की मृत्यु के काफी समय बाद अचानक शेखर ने संध्या के जीवन में दस्तक दी तो शर्म और मर्यादा के बंधन ने उसे रोक लिया, मगर फिर ऐसा क्या हुआ कि बात शादी तक आ पहुंची...