कोरोना वायरस (Coronavirus) को जड़ से मिटाने के लिए  विश्व स्तर पर सभी देश इसके वैक्सीन की खोज में लगे हुए हैं. भारत में भी वैक्सीन की खोज जारी है.पर अब तक कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है. अब तक के अध्ययन से यही सामने आया है कि कोरोना से बचाव के लिए लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होना जरूरी है. कोरोनावायरस महामारी ने हमें एहसास दिलाया है कि किसी भी संक्रमणों से लड़ने के लिए हमारे शरीर की  रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) का मजबूत  होना कितना जरूरी है.अगर हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक  क्षमता  मजबूत है तो हम किसी भी संक्रमण का आसानी से सामना कर पाएंगे .

कुछ लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी)  आनुवंशिक रूप से मजबूत होती है, जबकि अन्य को इसे मज़बूत बनाने के के लिए कई उपाय करने पड़ते हैं. रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी)  बढ़ाने के लिए प्राकृतिक तरीकों  से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता है.

कोरोना वायरस से निपटने के लिए रोग प्रतिरोधकता बढ़ाने के उपाय के महत्व पर विचार करते हुए आयुष मंत्रालय ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदशों को काढ़ा बनाने की विधि सौंपी है. मंत्रालय ने इस काढ़े से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने का दावा किया है.

आयुष मंत्रालय ने कहा है कि इलाज से बेहतर रोकथाम है. अभी तक चूंकि COVID-19 के लिए कोई दवा नहीं है तो अच्छा होगा कि ऐसे एहतियाती कदम उठाए जाएं, जो इस वक्त हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं.

आयुष मंत्रालय ने कहा  है कि हर्बल काढ़ा लेने से COVID-19 के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है. हर्बल काढ़ा में चार औषधीय जड़ीबूटियों  का समावेश किया गया है, जो भारतीय रसोई में आसानी से मिल जाएँगी.

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