लेखक- धीरज कुमार
अंजली की नईनई शादी हुई थी. उस की दिलचस्पी नए घरपरिवार में सामंजस्य बैठाने में कम थी, अपने बड़े जीजा से मोबाइल पर बात करने में ज्यादा थी. जब तक उस का जीजा मोबाइल पर ‘किस‘ नहीं देता था, वह खाती भी नहीं थी.
शादी के कुछ दिन बाद ही उस का जीजा उस से मिलने आ गया था. घर के लोगों ने यह समझा कि ससुराल में अंजली नईनई आई है, इसलिए उस का मन नहीं लग रहा है. इसलिए उस का जीजा मिलने आ गया है.
उस दिन उस का पति काम पर गया था. कुछ जरूरी काम होने के कारण फैक्टरी से पहले लौट आया था, तो उस ने देखा कि उस की पत्नी अंजली अपने जीजा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में है.
फिर क्या था...? पतिपत्नी में काफी लड़ाईझगड़ा हुआ. हलांकि उस का साढ़ू मौके की नजाकत को समझ कर वहां से खिसक चुका था. परंतु पतिपत्नी में काफी तनाव भर गया था. दोनों के रिश्ते बिगड़ने लगे थे.
शादी के बाद जीजा से हंसीमजाक करना तो ठीक है, परंतु एकदूसरे से प्यार करना और जिस्मानी संबंध बनाना काफी नुकसानदायक है. शादी के बाद कोई भी पति अपनी पत्नी को किसी के प्रति ऐसा लगाव पसंद नहीं करता है. वह चाहता है कि उस की पत्नी सिर्फ उसी से प्यार करे. यह पुरुष का स्वाभाविक गुण है. पुरुष ही क्यों, कोई भी पत्नी अपने पति को दूसरे के साथ रिश्ता रखना पसंद नहीं करती है. यही बातें पुरुषों पर भी लागू होती हैं.
सरला सरकारी स्कूल में पढ़ाती है. जब वह घर से निकलती है, तो उस के कान मोबाइल पर ही लगे रहते हैं. बस पकड़ने से ले कर स्कूल पहुंचने तक वह मोबाइल पर ही लगी रहती है. एक दिन सड़क पार करते हुए दुर्घटना होने से वह बालबाल बची थी.