महिलाओं को हर महीने एक समस्या आकर परेशान करती है. कभी छुट्टियों के बीच आकर उनका मजा किरकिरा कर देती है तो कभी किसी पार्टी में उनकी मौजूदगी को असहज बना जाती है. कभी उन्हेें धार्मिक अनुष्ठान से दूरी बनानी पड़ जाती है तो कभी उन्हें अपनी पसंदीदा ड्रस से तौबा करना ही बेहतर लगता है. इस समस्या का नाम है महावारी. जो महिलाओं को कई बार अल्पविराम सी महसूस होती है. यह विराम उनकी प्लानिंग पर न लगने पाए इसके लिए कई बार वह पीरियड को आगे बढ़ाने के लिए गोलियों का सहारा ले लेती हैं. पर क्या कभी सोचा है कि इसके दुष्परिणाम भी हो सकते हैं. अगर नहीं तो इनके बारे में जान लेना ही बेहतर होगा. इनके दुष्परिणामों की पुष्टी कई शोधों में भी हो चुकी है.
हो जाती है अनियमितता
पीरियड का एक पूरा चक्र होता है. अगर आप उस चक्र्र को ब्रेक करती हैं और उसे आगे बढ़ाने के लिए दवा लेती है तो उसका असर आने वाले महीनों में नजर आने लग जाते है. जानकारों की मानें तो अगर आप अक्सर महावारी को बढ़ाने की दवा ले लेती हैं तो आपकी महावारी लम्बे समय तक, अधिक स्त्राव वाली हो जाती है. साथ आपको उस दौरान अधिक दर्द का भी सामना करना पड़ता है.
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और भी हो सकती हैं समस्याएं
इन दवाओं को दुष्परिणाम सिर्फ महावारी तक ही सीमित नहीं रहते. जानकार कहते हैं कि इन दवाओं का सेवन करने पर महावारी आने के सात से दस दिन पहले आपको स्तन पर कड़ापन, पेट फूलना आदि की समस्या भी हो सकती है. इतने पर ही बस नहीं होता कई महिलाओं को इनसे त्वचा की समस्याएं जैसे रैशज, मुहंासे, एक्रे आदि भी हो सकते हैं. चक्कर आना, सिर में दर्द यहां तक कि माइग्रेन तक की समस्या हो सकती है. हार्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाने के कारण आपको मूड स्विंज्स का सामना भी करना पड़ सकता है. आप अगर अक्सर इन दवाओं का सेवन करती हैं तो यह आपके वजन पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं.