क्या आप भी यह सोच कर परेशान हैं कि आखिर कैसे अपने ऊनी कपड़ों की देखभाल करें. पिछले साल ही तो नया स्वैटर खरीदा था, इस साल उस में रोएं भी आ गए. उफ, यह गरम सूट, इस का तो सारा ग्रेस ही खत्म हो गया. दरअसल, ऊनी कपड़ों को आम कपड़ों से ज्यादा देखभाल की आवश्यकता होती है. तभी ये सालोंसाल साथ निभाते हैं.

धोते समय सावधानी

ऊनी कपड़े आम कौटन या सिंथेटिक कपड़ों की तरह तो होते नहीं कि एक बार पहने और गंदे हो गए. इन्हें जल्दीजल्दी धोना मतलब जल्दी खराब करना है. एक बार पहनने के बाद इन्हें खुली हवा में छोड़ देने से ये दोबारा पहनने लायक हो जाते हैं. यदि सी हिस्से पर दाग लग गया हो तो सिर्फ थोड़ा सा डिटरजैंट लगा कर उसी हिस्से से दाग हटाना बेहतर होता है. इस प्रकार आप के स्वैटर लंबे समय तक नए बने रहेंगे.

ऊनी कपड़ों को धोते समय आपस में न रगड़ें. इस से ऊन के रेशों को नुकसान पहुंच सकता है.

यदि गरम कपड़ों पर रोएं आ गए हों तो उन्हें धोने से पहले हाथ से या कैंची से हटा लें. हलके हाथों से ब्रश मार कर भी इन्हें हटा सकती हैं.

धोने से पहले कपड़ों को 1-2 घंटे अवश्य भिगोएं ताकि इन के सारे रेशे अच्छी तरह भीग जाएं. इस प्रकार कपड़े सिकुड़ते नहीं हैं.

कपड़ों को यदि तौलिए या समतल जगह पर फैला कर सुखा रही हैं, तो थोड़ा स्ट्रैच कर दें, इस से स्वैटर सिकुड़ेगा नहीं.

यदि फ्रंट लोडिंग वाशिंग मशीन है तो बेशक आप इस में स्वैटर धो सकती हैं, वरना कोशिश करें कि टौप लोडिंग व अन्य सैमी आटोमैटिक मशीनों में ऊनी कपड़े न धोएं.

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