ससुराल में मानसी को पति का प्यार तो नहीं मिला. लेकिन फिर भी निश्च्छल भाव से सासससुर की सेवा की, बच्चों को पाला. उस ने सोचा था, सुख कभी तो मिलेगा लेकिन सोचा मिल जाए, ऐसा मुश्किल से ही होता है.