पड़ोस की महिला नितांत अकेली ही रहती थीं कि उन के यहां अचानक एक गंभीर से पुरुष का रहने लगना थोड़ा कुतूहल पैदा करने वाला था पर धीरेधीरे महिला भी खुलीं, पुरुष भी और किसी के जीवन के पन्ने भी रंगों से भर गए.