कंपनी के खर्चे पर दोस्तों के साथ थाईलैंड जाना मनोज के लिए किसी सपने के पूरा होने जैसा था. वहां जा कर जूली से मिलने के बाद मनोज के मन की रंगीनियां जागने लगीं...