मुंबई की पारिवारिक अदालत में बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर और उद्योगपति संजय कपूर का आधिकारिक रूप से तलाक हो गया. अलग रह रहे संजय और करिश्मा के बीच तलाक और दोनों बच्चों के संरक्षण के मुद्दे पर कड़वाहट खुलकर सामने आई थी. दोनों ने तलाक और बच्चों की कस्टडी के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी.
करिश्मा ने लोकल पुलिस स्टेशन में संजय कपूर के खिलाफ सारे केस वापस ले लिए. सूत्रों के मुताबिक फाइनेंनशियल और कस्टडी संबंधी सारे मसले सुलझा लिए गए हैं. संजय कपूर की वकील अमन हींगोरानी ने कहा कि फैमिली कोर्ट ने सेटलमेंट को स्वीकार कर लिया है.
2014 में दोनों ने आपसी सहमति से कोर्ट में तलाक की याचिका दायर की थी. बाद में आपसी मतभेद के कारण यह याचिका वापस ले ली गई थी. दिसम्बर में संजय कपूर ने ज्यूडिशियल सेपरेशन के लिए एक नई याचिका दायर की थी. उसके बाद करिश्मा ने संजय और अपनी सास के खिलाफ उत्पीड़न का केस दर्ज कराया था.
आपको बता दें कि दोनों की शादी 2003 में हुई थी. लेकिन जल्द ही दोनों के बीच चीजें खराब होने लगी थी. दिल्ली हाई कोर्ट ने दोनों को सेटलमेंट की सलाह भी दी थी. 2010 में करिश्मा संजय का घर छोड़कर पूरी तरह से मुंबई में सेटल हो गई. 2014 में दोनों ने अपने 12 साल लंबे रिश्ते को खत्म करने का निर्णय लिया और तलाक की याचिका दायर की थी.
संजय कपूर ने करिश्मा पर पैसों के लिए उनके बच्चों को प्यादे की तरह यूज करने का आरोप लगाया था. संजय का यह भी कहना था कि करिश्मा ने बच्चों को उनके बीमार पिता से मिलने से भी रोका था.