दिल्ली में नौकरी लगने के बाद अपने मातापिता के दबाव में पूर्वा ताऊजी के घर रहने पर राजी हो गई थी, मगर वहां कुछ दिन गुजारने पर ही उसे ताऊजी के व्यवहार में बदलाव महसूस होने लगा और फिर एक दिन.