रेखा की शादी होने वाली थी. उसकी सबसे बडी हीन भावना यह थी कि उसके ब्रेस्ट का साइज सुडौल नहीं था. उसे अपने ब्रेस्ट छोटे और लटके दिखते थे. उसे लगता था कि इसके चलते उसका वैवाहिक जीवन सुखमय नही गुजरेगा. रेखा ने ब्रेस्ट के साइज को सुडौल करने और बढाने के लिये बहुत सारी मसाज क्रीम और दवाओं का प्रयोग भी किया था. इसके बाद भी उसको कोई लाभ नही मिला. रेखा ने ब्रेस्ट साइज बढाने के लिये जानकारी हासिल की तो पता चला कि ब्रेस्ट इंप्लांट और फैट इंजेक्शन के जरीये ब्रेस्ट साइज को बढाया जा सकता है.
ब्रेस्ट इंप्लांट में सिलिकान पैड को ब्रेस्ट के अंदर डाल कर साइज को बढाया जाता है. कुछ लोगों को इसमें परेशानी लगती है. खासतौर पर शादी के पहले लोग इस तरह की सर्जरी कराने से हिचकते है. वह लोग नही चाहते कि छोटी उम्र में शादी के पहले ब्रेस्ट इंप्लांट डालने की सर्जरी करायी जाये. लडकी के परिवार को लगता है कि पता नही जिससे शादी हो रही है वह लडका इस सर्जरी को लेकर क्या सोचें. फैट  इंजेक्शन के जरीये ब्रेस्ट के आकार को बढाने में यह परेषानी नहीं आती है. इसलिये कुछ लोग फैट  इंजेक्शन के जरीये ब्रेस्ट के आकार को बढाना उचित समझते है.

आत्म विश्वास जगाये परफेक्ट साइज :

ब्रेस्ट का साइज कप साइज के उपर निर्भर करता है. महिलाओं के ब्रेस्ट का साइज ‘ए’ से शुरू होकर ‘एच’ तक बढता रहता है. ‘सी’ और ‘डी’ साइज को भारतीय ब्यूटी में सबसे खूबसूरत माना जाता है. ब्रेस्ट के साइज में किशोरावस्था से लेकर मां बनने की उम्र तक में बहुत बदलाव होता है. खूबसूरत ब्रेस्ट का पैमाना उम्र और लम्बाई के हिसाब से जो खूबसूरत लगे उसी को माना जाता है. सबसे छोटे साइज को हाइपोमेस्टिया और बहुत बडे साइज को जिंगटोमेस्टिया कहते है. यह दोनो ही साइज औरतों में हीनभावना को बढावा देने वाले होते है.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...