मानसून में बारिश की बूंदे जहां गर्मी की चिलचिलाती धूप से राहत दिलाती हैं वही स्किन और बालों के लिए काफी नुक्सान दायक हो सकती हैं, बारिश के समय में होने वाली चिपचिपाहट और नमी बालों और स्काल्प के लिए अनुकूल नहीं मानी जाती है , इस मौसम में नमी और तेल के कारण पसीने का स्राव होता है जो की बालों और खोपड़ी से चिपक जाता है और मिट्टी और प्रदूषकों को आकर्षित करता है, इस स्थिति से जहां बालों का गिरना शुरू हो जाता है वही स्काल्प भी एलर्जिक हो जाती है. बालों में रूसी, एलर्जी, संक्रमण, बदबू, कमजोर रोम जैसी समस्याएँ भी सामने आती हैं. इसके साथ ही असंतुलित और खराब आहार, हार्मोनल असंतुलन जैसे अन्य कारक, हेयर डाई और केमिकल युक्त उत्पादों के उपयोग से भी समस्या बढ़ जाती है और आपके बालों को सुस्त और कमज़ोर दिखाती है.
आइये जाने सिलवरीन स्पा और मेकओवर अकादमी से ब्यूटी एक्सपर्ट पूर्णिमा गोयल से की कैसे मानसून के समय बालों और सकाल्प खूबसूरत और स्टाइलिश रखा जाए. यदि आप भी इस तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो आपको इस बारे में विशेषज्ञ से परामर्श ले लेना चाहिए और उसी के अनुसार उपचार शुरू कर देना चाहिए. इसके अतिरिक्त आप घरेलु तरीकों से ही अपनी स्किन और हेयर के कंडीशन को बेहतर कर सकते हैं. आप प्राकृतिक हेयर मास्क, रेगुलर स्पा और नेचुरल ट्रीटमेंट लेकर कई समस्याओं से बचाव पा सकते हैं.
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अरोमा थेरेपी का उपयोग
खुजली और खोपड़ी की गंध को रोकने के लिए अरोमाथेरेपी बहुत उपयोगी हो सकती है. सुगंध और सुगंध तेल चमत्कार कर सकते हैं. आप टी ट्री आयल के स्प्रे के तेल का उपयोग करें, जो अपने विरोधी बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है और खुजली वाली खोपड़ी, चकत्ते, खोपड़ी के दाने और घावों आदि के लिए इलाज करता है. सादे पानी में कुछ बूँदें टी ट्री आयल की मिलाकर स्प्रे करें. जब भी आपको खुजली महसूस हो तो इसे अपने बैग में रखें और अपने स्कैल्प पर स्प्रे करें.