बढ़ती उम्र का प्रभाव सब से पहले चेहरे पर ही दिखाई देने लगता है. चेहरे पर कब महीन रिंकल्स उभर आते हैं, इस का पता ही नहीं चलता. ये रिंकल्स चेहरे की चमक कम कर देते हैं, इसलिए ऐक्सपर्ट्स मानते हैं कि रिंकल्स को अवौइड नहीं करना चाहिए. रिंकल्स ही कुछ समय बाद एजिंग में बदलने लगते हैं. अकसर लोग 30-35 की उम्र के बाद ही रिंकल्स की समस्या को ले कर ऐक्सपर्ट्स के पास जाते हैं, लेकिन तब तक ट्रीटमैंट के लिए देर हो चुकी होती है. तब ट्रीटमैंट से सिर्फ 30% तक ही फायदा होता है. अगर आप 20-22 साल की उम्र से ही स्किन की केअर करेंगी तो रिंकल्स की समस्या आएगी ही नहीं.?
रिंकल्स होने के कारण
ऐक्सपर्ट्स का मानना है कि रिंकल्स होने के 2 कारण होते हैं, जेनेटिक व ऐक्सटर्नल. यदि रिंकल्स जेनेटिक वजह से हैं तो उन्हें ठीक किया जा सकता है.
अगर आप अपने आहार संतुलन का पूरा ध्यान रखती हैं तो आप की त्वचा जवां नजर आती है. भोजन में विटामिन ए,सी और ई को बढ़ाने से त्वचा ग्लो करने लगेगी और टाइट भी रहेगी.
वजन कम होना: दूसरों की देखादेखी यदि डाइटिंग शुरू करने की सोची और खाना कम कर दिया है तो इस से भले ही शरीर कुछ स्लिमट्रिम हो जाए, पर वजन तेजी से कम होने के कारण आप की स्किन ढीली होने लगती है और स्किन पर रिंकल्स पड़ने लगते हैं, जो देखने में अच्छे नहीं लगते.
प्रदूषण: आप कहीं भी निकल जाइए, चारों तरफ प्रदूषण से जुड़ी ऐसी समस्याएं घेरे रहेंगी जो वास्तव में धीरेधीरे ऐसा बहुत कुछ चुरा लेती हैं जो बड़ी मुश्किल से हासिल होता है.