आप तो पूरे सरदार बन गए?

8 महीने पहले जिस दिन शो ‘21 सरफरोश सारागढ़ी 1897’ की कहानी के लिए ‘डिस्कवरी जीत’ की टीम ने मुझ से डिस्कशन किया था उसी दिन से मैं ने सोच लिया था कि यह रोल (हवलदार ईशर सिंह का) मुझे ही करना है और फिर उसी दिन से मैं ने सरदारों की तरह दाढ़ीमूंछ बढ़ानी शुरू कर दी. यह इस शो की सिर्फ 12 घंटे की कहानी है, जिस में 21 सिखों के साथ हवलदार ईशर सिंह सारागढ़ी पोस्ट का मोरचा संभालता है.’’

किरदार बदलने की कोई खास वजह?

‘‘पहले मैं ने त्रिशूल पकड़ा, उस के बाद तलवार और अब बंदूक. ऐसे में अब फूलों का गुलदस्ता पकड़ना तो बनता ही है. मैं अब रोमांटिक रोल करना चाहता हूं. मैं ऐसे शो करने का मन बना चुका हूं, जो वैब सीरीज की तरह 3-4 महीनों में खत्म हो जाएं.’’

सारागढ़ी की कहानी पर फिल्में भी बन रही हैं?

‘‘हां, इस कहानी पर अक्षय कुमार, रणदीप हुड्डा, अजय देवगन फिल्में बना रहे हैं. लेकिन टीवी शोज और फिल्मों का प्रौस्पैक्टिव जरा अलग होता है. फिल्म में पूरी कहानी लगभग 2 घंटे में दिखानी होती है जबकि टीवी शोज महीनों चलते हैं. लेकिन मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि इस कहानी को सब से पहले दिखाने का मौका मुझे मिला?

कभी लिंकअप तो कभी ब्रेकअप सच्चाई क्या है?

‘‘इंडस्ट्री में मेरे बहुत कम दोस्त हैं, जिन के साथ मैं हमेशा दिखता हूं. मैं जिस के साथ ज्यादा दिखने लगता हूं उसी के साथ लोग लिंकअप करने लगते हैं. मैं आप का इशारा समझ रहा हूं. मौनी मेरी सिर्फ एक अच्छी दोस्त है, इसलिए हम ज्यादातर साथ रहते हैं. अगर आगे कुछ होगा तो आप लोगों को जरूर बताऊंगा.

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