फिल्म इंडस्ट्री में अपने 25 साल के शानदार सफर के बीच शाहरुख खान के लिए अपनी फिल्मों के चयन की प्रक्रिया काफी जटिल रही है लेकिन इस सुपरस्टार का कहना है कि उन्होंने फिल्म बनाने के लिए हमेशा फिल्म निर्माता-निर्देशकों से संपर्क साधा है.

शाहरुख का कहना है, ‘‘मैं कहानियों को सुनने के बजाए सीधा लोगों से मिलता हूं. आशुतोष गोवारिकर मेरे दोस्त हैं, उन्होंने ‘लगान’ फिल्म बनायी, मैं चाहता तो उनके साथ मैं काम कर सकता था लेकिन मैंने ‘स्वदेस’ को चुना. मैंने फिल्म को नहीं चुना, बल्कि मैंने उनको (गोवारिकर) चुना क्योंकि उनकी इच्छा थी कि हम साथ में ‘स्वदेस’ को बनाए.’’

शाहरुख ने बताया, ‘‘लोग सोचते हैं कि ‘अगर मैं उनके साथ एक फिल्म बना लूंगा तो वे फिल्म को सुपरहिट बना देंगे. लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है. मैंने कभी भी फिल्म की कहानियों को नहीं सुना और जब मैं ऐसा बोलता हूं तो लोग सोचते हैं कि मैं झूठ बोल रहा हूं, लेकिन मैं ऐसा नहीं हूं.’’

शाहरुख का कहना है कि निर्देशक आनंद एल राय के साथ वह अगली फिल्म में काम कर रहे हैं, जिसके बारे में उनका कहना है कि आनंद एल राय उन्हें फिल्म की पटकथा सुनाना चाहते थे लेकिन उन्होंने मना कर दिया. शाहरुख का मानना है कि यह करना असंगत होता क्योंकि वे पहले से ही राय के साथ जुड़े हुए थे और इसलिए उन्होंने फिल्म की कहानी सुनना जरूरी नहीं समझा.

शाहरुख ने कहा, ‘‘कभी-कभी तो यह अच्छा होता है और कभी-कभी उम्मीदें बिल्कुल अलग हो जाती है. मैं तो वास्तव में मानता हूं कि फिल्म पर फिल्म निर्माताओं का विशेषाधिकार होता है और अभिनेता को इसके बीच में नहीं पड़ना चाहिए.”

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