मलेशिया के फिल्म सेंसरशिप बोर्ड ने रजनीकांत अभिनीत फिल्म 'कबाली' का अलग अंत दिखाया है. जी हां, यहां सुपरस्टार रजनीकांत की 'कबाली' का अंत बदला गया है और फिल्म के अंत में संदेश दिया गया है कि अपराध से किसी का फायदा नहीं होता.
मलेशिया में फिल्म का स्पेशल प्रीमियर शो रखा गया और तभी पता चला कि इसका अंत भारत में रिलीज हुई फिल्म के अंत से अलग है. रह गए न हैरान?
फिल्म की शूटिंग मलेशिया में की गई है. फिल्म में रजनीकांत एक गैंगस्टर की भूमिका में हैं. फिल्म का मूल अंत जानबूझकर अस्पष्ट छोड़ा गया है, लेकिन इस फिल्म के मलेशियन संस्करण में ऐसा नहीं है.
फिल्म के अंत में लिखा गया है, 'अंत में 'कबाली' पुलिस के सामने सरेंडर कर देता है.' इस तरह मलेशियन संस्करण में एक ठोस अंत दिखाया जा गया है, जबकि भारतीय संस्करण में इसका अंत लोगों की कल्पनाओं पर छोड़ दिया जाता है कि 'कबाली' को मार दिया जाता है या फिर नहीं.
कहा जा रहा है कि इसका उद्देश्य यह संदेश देना है कि आप कानून अपने हाथ में नहीं ले सकते.