रेटिंग: ढाई स्टार

निर्माताः बी एच प्रोडक्शन और एंग्री एडम प्रोडक्शन

लेखक व निर्देशकःकीथ थॅामस

कलाकारः डेव डेविस,  मेनाशे लुस्टिग और माल्की गोल्डमैन

अवधिः एक घंटा तीस मिनट

ओटीटी प्लटफार्मः अमेजॉन प्राइम

भाषा: अंग्रेजी और हिंदी

द इनविजिबल मैन,  इंसिडियस फ्रैंचाइजी,  द पर्ज फ्रैंचाइजी,  हैलोवीन फ्रैंचाइजी,  हैप्पी डेथ डे फ्रैंचाइजी,  स्प्लिट,  ग्लास जैसी कई द इनविजिबल मैन,  इंसिडियस फ्रैंचाइजी,  द पर्ज फ्रैंचाइजी,  हैलोवीन फ्रैंचाइजी,  हैप्पी डेथ डे फ्रैंचाइजी,  स्प्लिट,  ग्लास जैसी कई पैरानॉमल गतिविधि पर आधारित फिल्मों के निर्माता इस बार एक यहूदी प्रथा पर मनोवैज्ञानिक हॉरर फिल्म‘‘द विजिल’’ लेकर आए है. यह फिल्म अंग्रेजी भाषा में है, मगर अमेजॉन प्राइम पर इसे हिंदी में देखा जा सकता है.

यहूदी रीति रिवाज के अनुसार किसी इंसान की मृत्यू होने पर अंतिम संस्कार होने तक उस इंसान के पार्थिव शरीर को रात भर घर के अंदर रखा जाता है और घर का एक सदस्य रात भर उस पार्थिव शरीर के पास बैठकर उसकी निगरानी करते हुए उसे बुरी आत्माओं से बचाने के लिए धार्मिक मंत्रो का उच्चारण करता है, इस इंसान को उस वक्त ‘शूमर’कहा जाता है और इस प्रथा को ‘विजिल’की संज्ञा दी गयी है. जिस घर में कोई नही होता, वह पेशेवर शूमर को पैसे देकर बुलाते हैं.

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कहानीः

यह एक रात की कहानी है. यह कहानी याकोव (डेव डेविस) की है, जो कि अपने ब्रोकलिन के अपने हसीदिक समुदाय को छोड़कर आधुनिक दुनिया के अनुकूल रहने के लिए संघर्ष कर रहा है. उसके लिए महिलाओं के साथ बातचीत करना मुश्किल है. मोबाइल फोन का उपयोग करना भी उसके लिए एक चुनौती है. पैसे की कमी है. नौकरी की तलाश में दर दर भटक रहा है. तभी एक पुराना रब्बी उसे मृत लिटवाक पर निगरानी रखने वाले शूमर बनने की नौकरी की पेशकश करता है. पहले वह मना कर देता है. मगर जब रब्बी उसे पांच घंटे के इस काम के लिए चार सौ डॉलर देने की बात करता है, तो मना नहीं कर पाता. रब्बी के साथ वह लिटवाक के घर जाता है, जहां  घर की एकमात्र सदस्य और मनोभं्रंश से पीड़ित श्रीमती लिटवाक (लिन कोहेन) उसे जाने के लिए कहती हैं. पर रब्बी के कहने पर याकोव रूक जाता है. रात में याकोव अजीब आवाजें सुनता है,  चीजें देखता है,  रोशनी करता है और टिमटिमाता है. वह स्वयं एक मानसिक स्थिति से पीड़ित है, जिसकी दवाएं ले रहा है. आस पास घटित हो रही घटनाओं व आवाजों से डर कर वह अपने डाक्टर को फोन करता है, अपनी मित्र सहर को फोन करता है. इस बीच उसे नींद की झपकी लगती है और व सपने में देखता है कि वह एक छोटे बालक के साथ कहीं जा रहा है. रास्ते में कुछ लोग उस बालक की हत्या कर देते हैं, पर वह उसे बचाता नही है. अब बालक इसके लिए उसे दोषी मानता है.  काफी परेशान होने पर श्रीमती लिटवाक उसे बताती हैं कि उनके पति को एक राक्षस,  एक माजिक द्वारा प्रेतवाधित किया गया है, जो घर पर आक्रमण करता है और अब उसे भी नहीं छोड़ेगा. वह कहती है कि वह याकोव को भी नही छोड़ेगा. याकोव उसे घर से निकलने का असफल प्रयास कर ख्ुाद को चोटिल कर लेता है. अंत में श्रीमती लिटवॉक उसे जलती हुई मोमबत्ती देकर एक उपाय बताती है, जिसे याकोव करता है और बुरी आत्मा लिटवाक के शरीर को छोड़कर चली जाती है.

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