मौनसून आ गया है, ऐसे में चिलचिलाती गरमी से छुटकारा मिलता है. जीभर कर इस मौसम को जी लेने का मन करता है, फ्रैंड्स व अपनों के साथ इस मौसम में मस्ती करने को मन बेताब रहता है. इस मौसम में खानेपीने का भी अपना ही मजा होता है, लेकिन यह मौसम दिल व दिमाग को जितना सुकून पहुंचाता है, उतना ही इस मौसम में अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट करने की भी जरूरत होती है क्योंकि बारिश के मौसम में इन्फैक्शन व फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा सब से ज्यादा होता है.
ऐसे में स्ट्रौंग इम्यूनिटी वाला व्यक्ति ही हैल्दी लाइफ जीने के साथसाथ बीमारियों को खुद पर हावी होने से रोक पाता है.
तो आइए जानते हैं इस संबंध में वाशी के फोर्टिस हीरानंदानी हौस्पिटल के इंटरनल मैडिसिन की डाइरैक्टर डाक्टर फराह इंगले से:
क्या है इम्यूनिटी
इम्यूनिटी जिसे रोगप्रतिरोधक क्षमता भी कहते हैं शरीर की आंतरिक प्रतिरक्षा प्रणाली होती है, जो शरीर को बाहरी तत्त्वों से सुरक्षा प्रदान करने में मदद करती है. जैसे ही कोई वायरस, बैक्टीरिया शरीर पर हमला करता है, तो यह प्रतिरक्षा प्रणाली उस पर हमला करने के लिए सक्रिय हो जाती है. यह प्रक्रिया थोड़ी मुश्किल होती है क्योंकि इस कार्य में अलगअलग तरह की कोशिकाएं लगी होती हैं, जो बाहरी तत्त्वों से शरीर को सुरक्षा प्रदान कर के उसे हैल्दी बनाए रखने की कोशिश करती हैं.
इम्यूनिटी कई तरह की होती है जैसे ऐक्टिव इम्यूनिटी. यह हमारे शरीर को तब मिलती है, जब हम किसी बैक्टीरिया, वायरस के संपर्क में आते हैं. ऐसे में हमें पहले से मिली ऐंटीबौडीज व इम्यून सैल्स उस बाहरी तत्त्व को नष्ट करने में जुट जाती हैं.