अक्सर त्यौहारों में तेल और वनस्पतियों की खपत दुगनी तिगुनी हो जाती है. इसके अलावा बाहर के खानों में भी हमें तेल की मात्रा काफी ज्यादा मिलती है. तेल सभी व्यंजनों में जरूरी तो है, पर इसके कई नुकसान भी हैं. फास्टफूड स्टौल्स अक्सर पुराने तेल का भी इस्तेमाल करते हैं. इसका सेहत पर जो नुकसान होता है उस बारे में जान कर आप हैरान रह जाएंगे. आपको बता दें कि एक बार से ज्यादा तेल के इस्लेमाल से कैंसर होने का खतरा काफी बढ़ जाता है.
लोग अक्सर कड़ाही में बचे तेल का दोबारा से उपयोग करते हैं. कड़ाही में बचे तेल का दोबारा या कई बार उपयोग करना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है. आपको ये जान कर हैरानी होगी कि जितनी बार आप तेल गर्म करते हैं, उसमें उतने ही कैंसर के कारक बनते हैं. यही कारक जब अधिक देर तक उस तेल में रह जाते हैं तो वह बढ़ते जाते हैं और अगली बार फिर से उबालने पर इनकी शक्ति और भी बढ़ जाती है. इसका प्रमुख कारण विशेषज्ञों ने बताया कि बार-बार तेल गर्म करने उसके मुख्य कारक नष्ट हो जाते हैं.
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बढ़ जाती है कैंसर की सम्भावना
तेल के बार बार प्रयोग से उसमें कैंसर के तत्व पैदा हो जाते हैं. इसका सबसे ज्यादा असर हमारे पेट पर होता है. गौल ब्लैडर में कैंसर होने की संभावना सबसे ज्यादा बढ़ जाती है.
शरीर के लिए खतरा
कड़ाही में बचे तेल के दुबारा इस्तेमाल से कई तरह के नुकसान सामने आए हैं. कारण है तेल से सभी जरूरी तत्वों का खत्म हो जाना. बार बार तेल गर्म करके यूज करने से उनमें धीरे-धीरे फ्री रेडिकल्स बनने लगते हैं. इन रेडिकल्स के रिलीज़ होने से तेल में एंटी औक्सीडेंट खत्म हो जाते हैं और यह बचा हुआ तेल कैंसर का कारण बन सकता है. इसके साथ ही इस तेल के प्रयोग से शरीर में कौलेस्ट्रौल की मात्रा बढ़ जाती है.