सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (सिप) के जरिए म्युचूअल फंड में निवेश करना एक लोकप्रिय विकल्प है. सिप के अंतर्गत हर महीने एक निश्चित राशि आपके खाते से कटती है और इस राशि की यूनिट आपको एलौट कर दी जाती हैं. लेकिन कई बार हर महीने चलने वाली प्रक्रिया खाते में पर्याप्त बैलेंस न हो पाने पर टूट जाती है.
ऐसा अक्सर सैलरी का लेट आना, कोई लगाया गया चेक क्लियर न होना, खाते में पर्याप्त बैलेंस न बचने की स्थिति में होता है. अगर आम निवेशकों के सामने सवाल यह होता है कि ऐसी स्थिति में क्या करें या किन बातों का ख्याल रखें. अपनी इस खबर में आपको इन्हीं के बारे में बता रहे हैं.
बैंक के शुल्क
कई बार नए निवेशक इस बात से परिचित नहीं होते कि अग बैंक खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं है तो बैंक आप पर जुर्माना लगाता है. यह शुल्क हर बैंक के अलग अलग होते हैं. इसलिए कोशिश करें कि सिप, चेक या कोई भी किश्त जो आपके खाते से कटती हो उसका भुगतान नियमित रूप से ध्यानपूर्वक करें.
एसएमएस और ई-मेल एलर्ट
फंड हाउसेज या ब्रोकर्स आपको सूचना देने के लिए एसएमएस या ई-मेल या दोनों भेजते हैं. यह मैसेज एसआईपी के बैंक खाते में से कटने के दो दिन पहले भेजा जाता है. इससें एसआईपी निवेशक सतर्क होकर अपने बैंक खाते में पर्याप्त राशि रखें. अगर आपने अपने फंड हाउसेज के पास अपनी जानकारी अपडेट नहीं की हुई को जल्द करा लें.
स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन्स
अधिकांश निवेशक अपनी सैलरी बैंक एकाउंट और निवेश के लिए अलग अलग बैंक एकाउंट रखते हैं. बार बार नौकरी बदलते रहने से उनके कई सैलरी खाते बन जाते हैं. निवेश के लिए अलग बैंक खाता रखना मददगार होता है. हालांकि, इसका यह भी मतलब होता है कि निवेश के लिए रखे बैंक खाते में नियमित रुप से राशि डालते रहें. इसे सुनिश्चित करने के लिए स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन्स का इस्तेमाल करना चाहिए. अगर आप सैलरी खाते से निवेश खाते में पैसे ट्रांस्फर करना भूल भी जाते हैं तो स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन्स आपको एसआईपी की ड्यू डेट से पहले निवेश खाते में पर्याप्त राशि रखने में मदद करता है.