आमतौर पर लोग सामान्य इंश्योरेंस को ही टर्म इंश्योरेंस मानने की गलती कर बैठते हैं, लेकिन इन दोनों में बुनियादी अंतर होता है. हम अपनी इस खबर के माध्यम से आपको विस्तार से जानकारी दे रहे हैं कि आखिर टर्म इंश्योरेंस होता क्या है और इसके फायदे क्या हैं.
लाइफ इंश्योरेंस पौलिसी के प्रकार
- टर्म इंश्योरेंस (शुद्ध रुप से इंश्योरेंस)
- एनडाउमेंट पौलिसी (बचत आधारित पौलिसी)
- मनी बैक पौलिसी (बचत आधारित पौलिसी)
- यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप)
- क्या होती है टर्म इंश्योरेंस पौलिसी
जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि टर्म प्लान इंश्योरेंस पौलिसी का सबसे विशुद्ध स्वरूप होता है. जीवन बीमा लेने का सबसे सरल तरीका टर्म इंश्योरेंस ही होता है. इसमें बीमा लेने वाला व्यक्ति एक निश्चित समय तक प्रीमियम का भुगतान करता रहता है. यदि निश्चित अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है तो सम एश्योर्ड या एक मुश्त राशि उसके परिवार या नॉमिनी को दे दी जाती है. टर्म प्लान में हर साल मामूली प्रीमियम देने के बाद आपको कुछ विशेष सालों के लिए कवर उपलब्ध करवाया जाता है. आमतौर पर टर्म पौलिसी 10 साल,15 साल, 20 साल, 25 साल और 30 सालों के लिए ली जाती हैं.
उदाहरण से समझिए
अगर आपने 15 साल की समय अवधि के लिए 55 लाख रुपए का टर्म इंश्योरेंस खरीदा है. इसके लिए आपको हर साल 4 हजार रुपए का प्रीमियम भुगतान बीमा कंपनी को करना है. वहीं अगर इस पॉलिसी की मैच्योरिटी के दौरान बीमाधारक मृत्यु हो जाती है तो आपके परिवार को यह 55 लाख रुपए की राशि दे दी जाएगी. लेकिन अगर 15 वर्षों तक आप स्वस्थ रहते हैं तो भुगतान किए गए प्रीमियम के बदले में आपको कुछ भी नहीं मिलेगा.