नई तकनीक, डिजाइन और मैटीरियल वाले कालीनों ने एक बार फिर घर की साजसज्जा में खास स्थान बना लिया है. इस समय बाजार में कई तरह के कालीन मिलते हैं, जो घर को नया लुक देते हैं.
कालीन के प्रकार
सिंथैटिक: सिंथैटिक कालीनों में नायलौन का कालीन सब से बेहतर होता है. इस के अलावा पौलियस्टर और ऐक्रैलिक फाइबर्स के सिंथैटिक कालीन भी बाजार में उपलब्ध हैं. खास बात यह है कि सिंथैटिक फाइबर होने से इन्हें साफ करना बेहद आसान होता है.
ऊनी: सर्दियों में ऊनी कालीन घर की शोभा बढ़ाने के साथ ही उसे कोजी भी बनाते हैं. नैचुरल फाइबर का होने की वजह से यह त्वचा को भी नुकसान नहीं पहुंचाते.
सिल्क: सिल्क के कालीन बाजार में महंगे जरूर हैं, लेकिन इन की मौजूदगी आप के आशियाने की खूबसूरती को दोगुना कर देगी. लेकिन सिल्क के कालीन को खास देखभाल की जरूरत होती है.
जूट: बेहद सुंदर कारीगरी वाले जूट के ईकोफ्रैंडली कालीन बाजार में उपलब्ध हैं. इन की कीमत अन्य के मुकाबले कम है, लेकिन इन के खराब होने का खतरा अधिक होता है, क्योंकि ये आसानी से जल, कट, फट या मुड़ जाते हैं.
मौडर्न: इस तरह के कालीनों को आधुनिक तकनीकों से बनाया जाता है, जिस में अब वाटर रिपैलैंट तकनीक का प्रयोग भी किया जा रहा है. इसे पहले केवल यूरोपियन देशों में किया जाता था. इस तकनीक का फायदा यह है कि यदि कालीन पर पानी गिर जाए तो वह भीगता नहीं है.
ट्रैडिशनल: ऐसे कालीन मुगलकालीन साजसज्जा का नमूना हैं. वैसे इस तरह की कारीगरी वाले कालीन थोड़े सख्त होते हैं, लेकिन उन की मौजूदगी से घर की खूबसूरती में मुगलों सी शानोेशौकत का एहसास होता है.