लॉक डाउन में पूरा वसुधा घर में कैद है ,इस समय आपका घर तू तू मैं मैं का अखाडा न बने इसके लिए पति और पत्नी दोनों को सझना होगा. घर में कलह आने से पहले ही रोकना होगा . जीवन एक यात्रा है और इस यात्रा के दो पहिये है पति पत्नी, दोनों को मिल कर रहना ईगो  आवश्यक है .पति -पत्नी के रिश्ते में भी शिष्टाचार जरूरी है. जीवन में इस शिष्टाचार का ईगो  योगदान है , तो आइए जानते हैं इसका इस रिश्ते के सात ईगो  पहलू के बारे में जिनका जीवन में महत्व है .

1. आपसी सम्मान की भावना विकसित करे

 घर में दोनों का महत्व सामान्य है तो दोनों का एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना ही बराबर होनी चाहिए. इस लॉक डाउन में यह बात आपको तय कर सुधार लेना ही होगा कि अगर आपके घर में कोई मेहमान आया है तो उसके सामने एक-दूसरे पर कटाक्ष ना करे.  ना ही एक -दूसरे का या एक-दूसरे के परिवार का मजाक उड़ाए . इसके बदले आप अपने व्यवहार में सहजता लाएं. आपसी सम्मान दें और छींटाकशी करने से बचे.

ये भी पढ़ें- आर-बाम्बिंग’ रिलेशनशिप सही नहीं

2. समय की कोई पाबंदी नहीं एक-दूसरे को बेहतर समझ

यह लॉक डाउन का समय परिवार के लिए अनमोल समय है. जो समय का रोना रोकर परिवार को समय नहीं दे पा रहे थे, उसके लिए समय ही समय है. तो इस समय का उपयोग परिवार में उत्पन आपसी विवादों को आपसी समझौतों को दूर करने का है,किसी भी समस्या का हल है आपसी बातचीत किया जा सकता है . इसके लिए व्यस्त जीवनशैली से थोड़ा सा समय साथी के लिए निकालें और उसके साथ क्वालिटी टाइम बताएं. इस तरह से आपके रिश्तो की डोर मजबूत होगी. यह वह समय होता है जब आप एक-दूसरे को बेहतर समझ सकते हैं.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...