आकांक्षा के घर उस के भाई के दोस्त प्रखर का खूब आनाजाना था. प्रखर बचपन से ही उन के घर आजा रहा था लेकिन इस से पहले आकांक्षा ने कभी उसे इस नजर से नहीं देखा था लेकिन अब अचानक ही प्रखर उसे अच्छा लगने लगा था. अगर एक हफ्ते भी प्रखर घर नहीं आता तो आकांक्षा बेचैन हो उठती. उस के दिल का यह हाल उस के अलावा कोई नहीं जानता था खुद प्रखर भी नहीं. इसलिए आजकल वह प्रखर को रिझाने और अपनी तरफ आकर्षित करने का पूरा प्रयास कर रही थी. लेकिन कई बार खुद आकांक्षा अपने ही सवालों में उलझ जाती थी कि ऐसा कर के वह सही कर रही है या गलत? जब भाई के दोस्त के लिए मन में ऐसी फीलिंग्स आने लगें तो ऐसे सवाल उठने स्वाभाविक हैं. लेकिन कुछ बातों का ध्यान रख कर किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है.
उम्र का रखें खयाल
अगर भाई आप से बड़ा है तो भाई का दोस्त भी आप से बड़ा ही होगा. इसलिए पहले दोस्त की उम्र भी पता कर लें. कहीं ऐसा न हो कि आप का और उन का कोई मैच ही न हो और बेकार में आप यह कदम उठा कर बदनाम भी हो जाएं और हाथ भी कुछ न आए.
भाई का विश्वास खो देंगी
अगर भाई के दोस्त से फ्लर्ट करेंगी और यह बात भाई को पता चलेगी तो वह आप पर कभी विश्वास नहीं करेगा. उसे लगेगा कि आप ने भाई को धोखा दिया है. अगर आप उस के एक दोस्त के साथ ऐसा कर सकती हैं तो बाकी दोस्तों के बारे में भी कुछ नहीं कहा जा सकता. गुस्से में ही सही, लेकिन भाई की सोच आप के बारे में काफी नैगेटिव हो जाएगी. यह बात और है कि समय बीतने पर आप उन्हें समझा भी सकती हैं.