तकरीबन पूरी दुनिया में लौकडाउन लागू किए जाने के चलते वीडियो कौन्फ्रेंसिंग, वीडियो मीटिंग्स, औनलाइन क्लासेस वगैरह का चलन काफी बढ़ गया है. इनके लिए ज्यादातर लोग ज़ूम ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन, हमारे देश भारत में गृहमंत्रालय ने यह ऐलान कर दिया है कि ज़ूम ऐप का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं है. हैकर्स औनलाइन जारी मीटिंग के बीच हमला कर पोर्न क्लिप चला सकते हैं, यही नहीं, वे आपके सीक्रेट डेटा को भी हैक कर सकते हैं.

ऐसी हालत में कम-से-कम हम भारतीयों को ज़ूम ऐप से सतर्क रहने की जरूरत है. सवाल है कि क्या करें? इसका जवाब है कि कई दूसरी ऐप्स हैं जिनका इस्तेमाल किया जा सकता है. कुछ औप्शंस ये हैं:

1. माइक्रोसौफ्ट टीम्स

आप वीडियो कौल करना चाहते हैं, तो माइक्रोसौफ्ट टीम एक बेहतर औप्शन हो सकता है. नोवल कोरोना वायरस से उभरी कोविड-19 महामारी के चलते अभी यह फ्री में उपलब्ध है. इसके फ्री वर्जन में अनलिमिटेड चैट, सर्च, ग्रुप, वन-औन-वन औडियो-वीडियो कौलिंग के साथ 10 जीबी टीम फाइल स्टोरेज व 2 जीबी पर्सनल फाइल स्टोरेज की सुविधा दी गई है.

अगर आपके पास पहले से ही ‘औफिस 365’ का अकाउंट है, तो फिर इसमें आपको औफिस ऐप्स जैसे कि वैब, वर्ड, एक्सेल, पावर प्वाइंट और वननोट के साथ रियल टाइम कोलैबोरेशन की सुविधा मिलती है.

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2. वैबएक्स मीटिंग्स

यह पौपुलर कौन्फ्रेंसिंग सौफ्टवेयर प्लेटफौर्म है. इसमें एचडी क्वालिटी वीडियो के साथ कोलैबोरेशन टूल्स का सपोर्ट भी मौजूद है. यह सौफ्टवेयर फ्री और पेड दोनों ही वर्जन में उपलब्ध है. फ्री वर्जन में एचडी वीडियो क्वालिटी के साथ 100 सदस्य हिस्सा ले सकते हैं. साथ ही, स्क्रीन शेयरिंग और पर्सनलरूम जैसी सुविधाएं हैं. फ्री पैकेज में 1जीबी क्लाउड स्टोरेज, अनलिमिटेड मीटिंग्स और एमपी 4 में मीटिंग की रिकौर्डिंग जैसे फीचर्स दिए गए हैं. यहां पर मीटिंग्स शेड्यूल के साथ ऐप के जरिए ही प्लेबैक रिकौर्डिंग की सुविधा मिलती है.

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