घूमने-फिरने के शौकीन लोगों में से किसी को पहाड़ पसंद है तो किसी को नदियां, झरने और तालाब. अपनी पसंद के हिसाब से ही लोग अपनी ट्रिप प्लान करते हैं.
लेकिन अगर कोई आपसे ये कहे कि एक ऐसी अनोखी जगह है, जहां पर हरियाली और पहाड़ों को करीब से जानने का मौका मिलेगा, तो शायद ही आप उस जगह पर जाने के लिए खुद को रोक पाएं. देहरादून में एक ऐसी ही जगह है, जहां पर देश-विदेश से टूरिस्ट और्गेनिक फार्मिंग (जैविक खेती) करने के लिए आते हैं. आइए, हम आपको बताते हैं इस दिलचस्प जगह के बारे में.
देहरादून का छोटा-सा गांव रामगढ़
देहरादून का छोटा सा गांव रामगढ़, जहां किसी जमाने में पलायन करने वालों की तादाद इतनी ज्यादा बढ़ गई थी, कि ये गांव खाली हो चुका था.
लेकिन समय के साथ यहां पर जैविक खेती पर काम किया जाना शुरु हो गया. इस खेती की सबसे खास बात ये थी कि यहां टूरिस्ट सिर्फ घूमने फिरने नहीं बल्कि खेती के नए-नए गुण सीखने के लिए आते हैं. हर साल देश के विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही जापान, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, आस्ट्रेलिया, अमेरिका आदि देशों से दो हजार से अधिक छात्र और किसान जैविक खेती के गुर सीखने दून के इस छोटे से गांव में पहुंच रहे हैं.
टूरिस्ट घूमने ही नहीं बल्कि सीखने आते हैं खेती
देश-विदेश से आए ये टूरिस्ट यहां घूमने-फिरने के अलावा यहां ठहरकर खेती को न सिर्फ करीब से देखते हैं बल्कि खुद भी जैविक खेती में हाथ बटाते हैं.
यहां टूरिस्ट के रुकने के लिए खास इंतजाम किए जाते हैं. कैम्प में रहकर टूरिस्ट मिल जुलकर खाना बनाते हैं. जो उनके लिए किसी एडवेंचर से कम नहीं है.