आप अगर अभी अमृतसर जाएं, तो वहां पर बाघा बार्डर पर जाकर देशभक्ति के अलग रंग को देख सकती हैं. भारत-पाकिस्तान के बार्डर पर घूमने के लिए रोजाना हजारों लोग वाघा पर आते हैं. कड़ी सुरक्षा के बीच पर्यटक यहां लोग बार्डर के पास कुछ वक्त बिताते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया में एक बार्डर ऐसा भी है, जिसे सबसे खतरनाक माना जाता है. आइए, हम आपको बताते हैं.
नार्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच बना बार्डर बहुत ही खतरनाक माना जाता है. इसके दोनों और एक डिमिलिट्राइज जोन भी है जहां जाने वाले टूरिस्ट्स को लिखित में सहमति देनी होती है कि इस इलाके में उनकी मौत की जिम्मेदारी खुद की होगी.
दोनों देशों के बीच हुआ समझौता
इस जगह को पनमुंजोम के नाम से जाना जाता है, जो साउथ कोरिया की कैपिटल सियोल से 55 किमी दूर है. यह डिमिलिट्राइज जोन दोनों देशों को अलग करती चार किमी की पट्टी है, जो नाम से उलट सबसे ज्यादा हथियारों से लैस है. यहां पूरी सीमा पर लैंड माइन्स, कांटेदार तार और टैंक के रोकने के लिए स्टौप लाइन बिछी हुई हैं. यह दुनिया का ऐसा अकेला टूरिस्ट प्लेस है, जहां जाने वाले लोगों को पेपर साइन करना होता है. इसमें उन्हें इस बात पर सहमति देनी होती है कि इस इलाके में हुए हमले में किसी भी चोट या फिर मौत की जिम्मेदारी उनकी खुद की होगी.
हर साल जाते हैं हजारों टूरिस्ट
कोल्ड वौर के आखिरी फ्रंटियर को देखने हर साल यहां हजारों की संख्या में टूरिस्ट्स पहुंचते हैं. सियोल से पनमुंजोम तक के सफर का नजारा अपने आप में ही बेहद खूबसूरत है. यहां का सबसे बड़ा अट्रैक्शन एक नीली बिल्डिंग हैं, जहां दोनों देशों के अधिकारी खास मौकों पर मुलाकात करते हैं.