नया साल आने को है ऐसे में हर किसी का मन करता है कि आने वाले साल को एक अलग तरीके से सेलिब्रेट किया जाए. अगर आप भी अपने नए साल को खास बनाना चाहती हैं, तो आइए हम आपको बताते हैं बर्फ की ऐसी खूबसूरती वादियों के बारे में, जहां जाकर आपका नया साल और भी खास बन जाएगा.

देवरिया ताल

रूद्रप्रयाग से 49 किमी की दूरी पर स्थित देवरिया ताल एक सुंदर पर्यटन स्थल है.  हरे भरे जंगलों से घिरी हुई यह एक अद्भुत झील है. इस झील के जल में गंगोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और नीलकंठ की चोटियों के साथ चौखम्बा की श्रेणियों की स्पष्ट छवि प्रतिबिंबित होती है. समुद्र तल से 2438 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह झील चोपटा उखीमठ रोड से 2 किमी की दूरी पर स्थित है. यह झील यहां आने वाले यात्रियों को नौका विहार, कांटेबाजी और विभिन्न पक्षियों को देखने के अवसर प्रदान करती है.

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देवरिया ताल, चोपता दिल्ली से 450 किमी की दूरी पर है. दिसंबर से मार्च तक यहां बर्फबारी होती है. चंद्रशीला में अप्रैल तक बर्फबारी होती है.

यहां रात भर के शिविर और ट्रेकिंग दर्शकों की लोकप्रिय गतिविधियां है. ट्रेकर्स आमतौर पर चोपटा से चढ़ाई शुरू करते हैं, जो अपहिल ट्रैक से देवरिया ताल को और पास वाले ट्रैक से तुंगनाथ और चंद्रशिला को जोड़ता है.

चकारता

दिल्ली से ये जगह 320 किमी की दूरी पर है. यह जगह 2100 मीटर ऊंचाई पर है. ये स्नोफौल के लिए सबसे खूबसूरत जगह है. यहां से आप मसूरी भी जा सकती हैं. उत्तराखंड के देहरादून जनपद में स्थित शानदार हिल स्टेशन चकारता की सुरम्य वादियां हैं ही ऐसी कि यहां आकर आप खो जाएंगी. सैलानियों की इस मनपसंद जगह पर नए साल के जश्न की खास तैयारियां की गई है. कुछ होटलों ने इस बार शोर-शराबे से दूर इको फ्रेंडली तरीके से नए साल के जश्न का निर्णय लिया है, तो कुछ में डीजे की व्यवस्था की गई है.

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