जर्मनी के मैगडेन शहर में नदी के उपर ऐसा ब्रिज है जिसमें नदी बहती है और साथ में बड़े-छोटे जाहज भी चलते है. इस ब्रिज की नदी शहर के बाहर एल्बे नदी में जा कर मिलती है. इस ब्रिज को मैगडेन वाटर ब्रिज के नाम से जाना जाता है.

व्यवसायिको के लिए ये नदी काफी महत्वपूर्ण है. इसके जरिए कई बड़े-छोटे व्यवसायिक जहाजों का उपयोग पूर्वी जर्मनी और पश्चिमी जर्मनी आने-जाने के लिए किया जाता है.नदी के ऊपर बने इस ब्रिज को साल 2003 में बनाया गया था. जहाजों के चलने के लिए ये दुनिया का सबसे लंबा जलमार्ग है, जो लगभग 1KM लंबा है.

मैगडेबर्ग शहर के बाहर हवेल और मिटेलैंड नहरे विपरित दिशाओं में बहती थीं. इसलिये इन नहरों को एक साथ मिलाकर नदी के ऊपर से ब्रिज के द्वारा ले जाया गया और शहर से काफी दूर एल्बे नदी में मिला दिया गया. तभी जहाजों के लिए एक नया रास्ता बन गया.

इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 3566 करोड़ रुपए थी. इस ब्रिज को बनाने का काम सन् 1930 में ही शुरू करना था, लेकिन दूसरे विश्वयुद्ध के कारण ऐसा नहीं हो सका. साल 1997 में इस ब्रिज को बनाने की प्रक्रिया फिर शुरू हुई और 2003 में ये पूरा हो गया.

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