लेखिका -स्नेहा सिंह

इलैक्ट्रौनिक्स ऐप्लायंसिस

वाशिंग मशीन, डिशवाशर और माइक्रोवेव ओवंस जैसे उपकरणों ने इंसान की जरूरत काफी घटा दी है. आधुनिक इलैक्ट्रौनिक्स सामान की मदद से काम करने से इंसान का काफी समय बचने लगा है. एक गृहिणी अपने बच्चे को थोड़ी देर के लिए डे केयर सैंटर में छोड़ आती है. उतनी ही देर में वह घर के सारे काम निबटा लेती है.

ओवन, वाशिंग मशीन, फूड प्रोसैसर आदि के होने के कारण वह अपने सारे काम खुद ही कर लेती है. उसे लगता है कि कामवाली के इंतजार और उस की देखरेख में जो समय लगेगा, उतनी ही देर में सारे काम शांति से निबटाए जा सकते हैं. उस के पति भी उसे अकेली काम करते देख उस की काम में मदद करते हैं. उन के घर में कोई कामवाली नहीं आती, इसलिए पति उस के साथ काम कराने में जरा भी संकोच नहीं करते.

ऐसी तमाम महिलाएं हैं, जिन्हें यह पसंद है. ऐसी महिलाओं को कामवाली का इंतजार करना, फिर वह आएगी या नहीं आएगी, यह भी एक सवाल बना रहता है, उन्हें यह बहुत मुश्किल लगता है, इसलिए जब से बाजार में हर तरह के उपकरण उपलब्ध हुए हैं, तब से कामवाली की अनिवार्यता काफी कम हो गई है.

घर के काम खुद करने से घर में हर सदस्य के मन में अपनेपन की भावना जागती है. साथ मिल कर काम करने से संबंध मजबूत होते हैं और घर भी स्वच्छ तथा व्यवस्थित रहता है.

सुजल और सुनंदा हमेशा खुश रहने वाले पतिपत्नी हैं. इन के 2 बच्चे हैं. एक दिन हमेशा खुश रहने वाला यह युगल दुखी और परेशान हो कर आपस में  झगड़ रहा था. हर्ष और ग्रीष्मा, दोनों नौकरी करते हैं. इन का 2 साल का एक बच्चा है. ये दोनों हमेशा तनावग्रस्त और चिड़चिड़े दिखाई देते हैं. इन का बच्चा भी इन्हें  झगड़ते देख कर डरासहमा रहता है.

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