सवाल-

मेरी उम्र 62 साल है. मैं बहुत दुबलीपतली हूं. दूध, घी, हरी सब्जियां, फल, जूस सभी कुछ खातीपीती हूं, पर चेहरे पर रौनक नहीं आती. नींद न आने की भी थोड़ी समस्या है, जिस के लिए मुझे नींद की गोली लेनी पड़ती है. रोजाना सुबह 2 किलोमीटर की सैर भी करती हूं, 1 घंटा व्यायाम करती हूं. फिर भी न तो वजन बढ़ता है, न ही चेहरे पर चमक आती है. सोशल गैटटुगैदर और पार्टी वगैरह में जाते समय सोचती हूं कि काश मेरा शरीर थोड़ा अधिक भरा होता. कृपया समाधान बताएं?

जवाब-

सब से पहले यह बात जान लें कि हर किसी के शरीर की संरचना दूसरे से भिन्न होती है. यह संरचना हमारी आनुवंशिकी, हमारे बचपन, हमारे शारीरिक विकास, हमारी मानसिक प्रवृत्तियों और अगर वर्तमान के नए आयुर्विज्ञान सिद्धांतों को समझें तो हमारी आंतों में जी रही बैक्टीरिया की बस्ती, जिसे वैज्ञानिक माइक्रोबायोम कहते हैं, इन तमाम चीजों पर निर्भर करती है.

आप जिस उम्र में आ पहुंची हैं, उस में इन चीजों को बदलना नामुमकिन है. बस खुश रहिए, चिंता कम करें और जीवन का पूरा आनंद लें. वजन कम होना स्वास्थ्य के लिए अच्छा ही है. उस से शरीर के जोड़ों और रीढ़ पर कम भार रहता है और व्यक्ति आर्थ्राइटिस तथा दूसरी बहुत सी बीमारियों से बचा रहता है.

चेहरे की रौनक शारीरिक वजन से अधिक मन की अवस्था पर निर्भर करती है. आप का भरापूरा परिवार है, आप के पास सुख के सभी साधन हैं, उन का आनंद लेने से ही जीवन में खुशियों का वसंत खिला रह सकता है.

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