सवाल

मैं 23 वर्षीय विवाहिता हूं. विवाह को 2 साल हो चुके हैं पर मेरे पति आज भी उतने ही रोमांटिक मूड में रहते हैं. हर रोज सहवास करना चाहते हैं. मायके भी नहीं जाने देते. मैं 2 सालों में मुश्किल से 8-10 दिन मायके में रही होऊंगी, जबकि मेरी सहेलियां कई महीने मायके में रहती हैं. किसी भी सहेली का पति इतना सैक्सी नहीं है जितने मेरे पति हैं. कभी कभी तो मुझे डर लगने लगता है कि कहीं वे सैक्स ऐडिक्ट तो नहीं हैं? बताएं क्या करूं?

जवाब

आप को खुश होना चाहिए कि आप को इतना प्रेम करने वाला पति मिला है और आप बेवजह परेशान हैं. जहां तक कामुकता या सैक्स के प्रति अधिक रुझान की बात है, तो यह व्यक्ति विशेष पर निर्भर करता है. इसलिए अपनी सहेलियों के पतियों से न तो आप को पति की तुलना करनी चाहिए और न ही इतनी अंतरंग बातें दूसरों के सामने उजागर करनी चाहिए. पति के साथ का बेहिचक आनंद उठाएं.

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प्यार, रोमांस फिर शादी ये चलन सदियों से चला आ रहा है. दो युगलों के बीच प्यार एक पराकाष्ठा को पार तब करता है जब दोनों का मिलन आत्मा से होता है. प्यार का समागम आत्मा और शरीर दोनों से ही होता है. जब नवविवाहिता आती है तो धारणा यह बनती है कि अब दोनों का शारीरिक मिलन तय है, पर यह गलत है. हालांकि, शारीरिक मिलन यानि कि सेक्स जीवन का एक आधार है एक नई पीढ़ी को तैयार करने का. पर नवविवाहित जोड़ों को सेक्स से संबंधी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ता है. या यूं कहें कि कुछ मतभेद जो उनके दिलों में कई सवाल बनकर खड़े हो जाते हैं. सेक्स से जुड़े वो कौन-से मतभेद हैं जो उनको एक-दूसरे के करीब नहीं आने देते –

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