सवाल-

मैं बैंगलुरु की एक एमएनसी में कार्यरत 42 वर्षीय पुरुष हूं. पिछले कुछ समय से मुझे अनियमित रूप से दिल धड़कने का एहसास हो रहा है. मुझे कई बार सांस लेने में तकलीफ तथा चक्कर आने का भी अनुभव होता है. क्या ये सब हार्ट अटैक के लक्षण हैं?

जवाब

दिल के अनियमित रूप से धड़कने या दिल की हर बीमारी का ताल्लुक हार्ट अटैक से नहीं होता. सांस लेने में तकलीफ या चक्कर आने जैसे लक्षण, खासकर अनियमित रूप से दिल का धड़कना एस्थिमिया के संकेत हैं. एस्थिमिया के मरीजों में दिल धड़कने की दर असामान्य रूप से अनियमित हो जाती है.

सवाल

मेरे 65 वर्षीय पिता का इंजैक्शन फ्रैक्शन गिर कर 40% हो गया है. क्या इस उम्र में सर्जरी कराना उचित रहेगा?

जवाब

सामान्य स्थिति में इंजैक्शन फ्रैक्शन दर 60 से 70% रहती है. आप के पिता को किसी कार्डियोलौजिस्ट से संपर्क करना चाहिए, जो उन्हें इंप्लांटेबल कार्डियोवर्टर डिफाइब्रिलेटर (आईसीडी) प्रत्यारोपित कराने या रेडियोफ्रिक्वैंसी एब्लेशन कराने की सलाह दे सकते हैं. स्थिति बिगड़ने से

पहले तत्काल उपाय करना जरूरी है, क्योंकि आगे यह और घातक हो सकती है.

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सवाल-

मेरी बहन कई बार बहुत ज्यादा थक जाती है और बेहोशी की स्थिति में पहुंच जाती है. अकसर वह सही तरीके से सांस भी नहीं ले पाती. वह सिर्फ 16 साल की है. क्या इस उम्र का व्यक्ति एस्थिमिया से पीडि़त हो सकता है?

जवाब

एस्थिमिया का उम्र से कोई लेनादेना नहीं है और यह किसी को भी हो सकता है. चक्कर आना, अत्यधिक थकान, सांस लेने में तकलीफ, व्यायाम करने में असमर्थता, सीने में दर्द और बेहोशी की स्थिति एस्थिमिया के लक्षण हो सकते हैं और ऐसे हालात में दिल की धड़कनें भी अनियमित हो सकती हैं. कुछ प्रकार के एस्थिमिया नुकसानरहित होते हैं लेकिन बाद में ये जानलेवा भी हो सकते हैं. किसी को भी दिल की असामान्य धड़कनों की शिकायत को अनदेखा नहीं करना चाहिए क्योंकि इस से दिल की धड़कनें पूरी तरह से रुक जाने का भी खतरा रहता है.

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