लेखक- शाहनवाज
हम आम लोग अपने जीवन में जब किसी से नाराज हो जाते हैं, जब किसी से गुस्सा हो जाते हैं तो उस व्यक्ति के प्रति हम अपनी नाराजगी जाहिर करते हैं, अपना गुस्सा जाहिर करते है. ये नाराजगी हम कई तरह से जाहिर करते हैं. कुछ लोग किसी से नाराज हो जाने पर उस से बात करना छोड़ देते हैं. कुछ बात तो करते हैं लेकिन रूठे हुए स्वर में बात करते हैं. कुछ लोग अपनी नाराजगी उसी व्यक्ति के सामने उसे दो चार सुना कर अपने मन का बोझ हल्का कर लिया करते हैं. आधुनिक समाज में लोगों की एक दुसरे के साथ सहमती या असहमति तो होती ही है. लेकिन जो लोग धार्मिक कट्टरवाद से बीमार होते हैं, वें नाराज होने पर हमें हमेशा अपने आप को बचाने के लिए सोचना चाहिए.
जी हां. धार्मिक कट्टरवाद की बिमारी से जुझ रहे लोग यदि आप से नाराज हो जाए, गुस्सा हो जाएं या फिर आप की बात से असहमत हो जाए तो उस के नतीजे बड़े ही भयानक हो सकते है. पैरिस में कुछ दिनों पहले हुई एक घटना इस का सब से ताजा उदाहरण है की किसी भी धर्म के कट्टरपंथी पागलखाने में मानसिक रूप से बीमार लोगों से भी ज्यादा बीमार और इस समाज के लिए बड़ा खतरा है. धार्मिक कट्टरपंथी पृथ्वी में पाए जाने वाले जहरीले जीवों से भी ज्यादा जहरीले है. जहरीले जीव तो फिर भी पृथ्वी के इकोसिस्टम के लिए महत्वपूर्ण हैं, परन्तु कट्टरपंथी शरीर में पाए जाने वाले पैरासाइट की तरह होते है.
पैरिस में टीचर के साथ हुए हमले का पूरा मामला