16 वर्षीय सान्या अपने चेहरे के सांवलेपन और पिंपल्स से बहुत परेशान थी. उस ने अनेक उपाय किए पर कोई फायदा न हुआ. फिर उस ने टीवी पर एक ब्यूटी क्रीम का विज्ञापन देखा, जिस में चेहरे को गोरा व बेदाग बनाने की बात कही जा रही थी. विज्ञापन से प्रभावित हो कर सान्या ने भी वह क्रीम औनलाइन और्डर कर दी.

क्रीम की डिलीवरी पा कर सान्या खुश थी. उसे लग रहा था कि अब जल्द ही वह गोरी व बेदाग त्वचा की मलिका हो जाएगी. क्रीम पर लिखे निर्देशानुसार रात को सान्या ने कुछ दिन क्रीम लगाई. लेकिन इस से सान्या का पूरा चेहरा लाल होने लगा था और पूरे चेहरे पर जलन और खुजली मचने लगी.

अब सान्या को पछतावा हो रहा था कि क्यों उस ने बिना सोचेसमझे विज्ञापन के झांसे में आ कर इतनी बड़ी मुसीबत मोल ले ली. सान्या जैसे अनेक किशोर विज्ञापन से आकर्षित हो कर कोई भी प्रोडक्ट खरीद लेते हैं और धोखा खा जाते हैं. बदले में उन के पास सिवा पछतावे के कोई और उपाय नहीं बचता.

औनलाइन शौपिंग : धोखे की गुंजाइश ज्यादा

रोहन कई दिन से अपने लिए आईपैड खरीदने की सोच रहा था, लेकिन सभी आईपैड उस के बजट से बाहर थे. ऐसे में एक दिन इंटरनैट पर उस ने औनलाइन एक आईपैड देखा, जो उस के बजट में मिल रहा था. रोहन ने बिना सोचेसमझे आईपैड और्डर कर दिया.

जब आईपैड आया तो पता चला कि उस की कोईर् गारंटीवारंटी नहीं थी. साथ ही आईपैड की मैन्यूफैक्चरिंग डेट भी बहुत पुरानी थी. शायद इसीलिए उसे वह आईपैड मार्केट रेट से कम दाम में मिल गया था. सस्ते के चक्कर में आ कर रोहन को पुराने आईपैड से ही काम चलाना पड़ा.

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