फ्रांस में अभी भी रंगभेद है और वहां एक अश्वेत नेता को मंत्री बनाने पर उसी तरह का मजाक बनाया जा रहा है जैसा लालू या मायावती का बनता है. पर जब एक छोटी पार्टी की एक नेता ने इस मंत्री क्रिसटेन तौबीरा को खुलेआम बंदर कह डाला तो हल्ला मच गया और अब उसे 1 महीने की कैद हुई है. सही फैसला है यह.

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