अच्छाई की हमेशा जीत होती है, नूर इस की जीतीजागती मिसाल थी. लेकिन उस का मानना था कि गुनहगार चाहे जो भी, जैसा भी हो, उसे सुधरने का एक मौका जरूर मिलना चाहिए. इसलिए उस ने राहिल को कुछ नहीं कहा.