रिया बाहर वेटिंगरूम में आ कर मोहित के कंधे पर सिर रख रोने लगी. “मोहित, अगर तुम ने मुझे नहीं बचाया होता तो मुझे नहीं पता कि मेरे साथ क्या होता. वह अपराधी मुझे लौंग ड्राइव और फौर्महाउस में दिन बिताने के लिए बुला रहा था.”
मोहित ने उस के आंसू पोंछे. “संभालो अपनेआप को, रिया.” फिर उस ने अपनी घड़ी की तरफ देखा, “मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूं. मेरी औफिस में मीटिंग है.”
गाड़ी के अंदर मोहित ने रिया के गाल पे गिरे हुए बाल को धीरे से हटाया. रिया ने उस का हाथ पकड़ कर रखा ताकि मोहित का हाथ उस के गालों पे रहे. उस के पूरे शरीर में एक अजीब सी सिहरन हो रही थी. दिल तेज़ी से धड़क रहा था. उस ने अपनी आंखें बंद कर लीं. क्या मोहित उस के होंठों को छुएगा? लेकिन मोहित ने ऐसा कुछ भी नहीं किया.
उस ने धीरे से अपना हाथ हटा कर गाड़ी स्टार्ट की और रिया को उस के घर के एकदम पास छोड़ दिया.
“मोहित, थैंक यू.”
रिया ने एक पल के लिए सोचा कि मोहित को अपने दिल की बात साहस कर के बता दे.
“मोहित, मैं ने नादानी में बहुत बड़ी गलती की है. मुझे माफ़ कर दो. मैं तुम से शादी करना चाहती हूं. तुम्हारा जीवनसाथी बनना चाहती हूं.”
लेकिन मोहित कह रहा था, “जब तक तुम अपने घर के अंदर नहीं जातीं, रिया, मैं यहीं हूं. इन आपराधिक गिरोहों का कोई भरोसा नहीं. बाय रिया.”
रिया को अचानक महसूस हुआ कि मोहित ने उस से दोबारा मिलने के बारे में कुछ नहीं कहा. मोहित ने एक खूंखार अपराधी से बचा कर उसे एक नई जिंदगी दी थी लेकिन उस ने अपनी मूर्खता से मोहित को हमेशा के लिए खो दिया था.